मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने गंगनहर परियोजना के शिवपुर हैड का किया निरीक्षण

जयपुर
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने अपने हनुमानगढ़- श्रीगंगानगर के दो दिवसीय प्रवास के दूसरे दिन बुधवार को श्रीगंगानगर जिले में गंगनहर परियोजना के अर्न्तगत शिवपुर हैड का निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने शिवपुर हैड का निरीक्षण करने के पश्चात कहा कि राज्य सरकार किसानों की खुशहाली और कृषि उत्पादन में वृद्धि के लिए प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। सिंचाई व्यवस्था को बेहतर बनाना सरकार की प्राथमिकताओं में सबसे ऊपर है ताकि अंतिम छोर पर स्थित खेतों तक भी पर्याप्त नहरी पानी पहुंचा कर किसानों को लाभान्वित किया जा सके। उन्होंने कहा कि श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिलों में नहरी जल पर निर्भरता को देखते हुए राज्य सरकार ने आईजीएनपी, भाखड़ा नहर और गंगनहर प्रणाली के सुदृढ़ीकरण के लिए गत दोनों बजट में कई महत्वपूर्ण योजनाएं शुरू की हैं।

गंगनहर में होंगे 1195 करोड़ के कार्य, टेल रीच पर मिलेगा पूरा पानी
मुख्यमंत्री श्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि किसानों की लम्बे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए गंगनहर प्रणाली में क्षतिग्रस्त लाइनिंग की मरम्मत, सीसी लाइनिंग, फीडर पुनर्निर्माण, ऑटोमेशन आदि के 1195 करोड़ रुपए के कार्य करवाएं जाएंगे, जिससे सीपेज लॉस में कमी आएगी और किसानों को उनके हक का पूरा पानी मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि 200 करोड़ रुपए की लागत से फिरोजपुर फीडर के पुनर्निर्माण कार्य की डीपीआर तैयार कर केन्द्रीय जल आयोग को भिजवाई जा चुकी है। यह कार्य पूरा होने पर श्रीगंगानगर क्षेत्र में खेतों को समय पर और भरपूर पानी मिल सकेगा। इसी प्रकार, 300 करोड़ रुपए की लागत से बीकानेर कैनाल के पंजाब में स्थित भाग (आर.डी. 45 से 368) की सीसी लाइनिंग, ग्रेवल रोड तथा पट्ड़ों के निर्माण कार्यों की डीपीआर शीघ्र ही पंजाब सरकार द्वारा बनवा ली जाएगी। इसके लिए पंजाब सरकार को पत्र लिखा जा चुका है।

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ऑटोमेशन सिस्टम दिलाएगा सेम की समस्या से निजात
मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगनगर प्रणाली में कृषि, शहरी और औद्योगिक जरूरतों के लिए नहरी जल का बेहतर प्रबंधन करने के लिए 695 करोड़ रुपए की लागत से ऑटोमेशन की डीपीआर केन्द्रीय जल आयोग द्वारा स्वीकृत की जा चुकी है। इसके वित्त पोषण के लिए केन्द्र सरकार को प्रस्ताव भिजवाया गया है। उन्होने कहा कि ऑटोमेशन सिस्टम स्थापित होने से आरम्भिक छोर (हेड रीच) और अंतिम छोर (टेल रीच) पर समान रूप से पानी उपलब्ध हो सकेगा तथा अधिक पानी के कारण भूमि की उर्वरता में कमी एवं सेम की समस्या से छुटकारा मिलेगा। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए गंग कैनाल ऐप और गंगनहर रेग्युलेशन पोर्टल का निर्माण भी किया गया है, जिससे नहर खुलने और बंद होने की जानकारी उनके मोबाइल पर उपलब्ध हो सकेगी। काश्तकारों में बारी के विवादों के समाधन के लिए बाराबंदी सॉफ्टवेयर भी तैयार किया जा चुका है।
 
पक्के खालों के निर्माण की 60 साल पुरानी मांग बजट में पूरी
श्री शर्मा ने कहा कि इंदिरा गांधी नहर परियोजना के द्वितीय चरण की नहरों के जीर्णोद्धार, आधुनिकीकरण, पक्के खालों के निर्माण, बैलेन्सिंग रिजर्वायर आदि कार्यों के लिए इस वर्ष के बजट में 1108 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि किसानों की 60 साल से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए हनुमानगढ़ जिले के एक लाख 7 हजार हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र में पक्केे खालों के निर्माण के लिए 590 करोड़ रुपए का बजटीय प्रावधान किया गया है। कंवरसेन लिफ्ट नहर क्षेत्र में क्षतिग्रस्त खालों के जीर्णोद्धार के 185 करोड़ रुपये की लागत के कार्य आईजीएनपी बोर्ड द्वारा स्वी़कृत कर दिए गए हैं। इसी प्रकार, श्रीगंगानगर जिले में रायसिंहनगर, अनूपगढ़, घड़साना, रावला और श्रीविजयनगर के 44 हजार हेक्टेयर सिंचित क्षेत्र में पक्के खालों का पुनर्निर्माण 200 करोड़ रुपये की लागत से करवाया जाएगा। साथ ही, भाखड़ा और गंगनहर परियोजना के अंतर्गत आने वाले श्रीगंगानगर के क्षेत्रों में अब तक शेष रहे खालों का निर्माण भी किया जाएगा, जिससे हर खेत तक पानी पहुंच सकेगा।  

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225 करोड़ से होगा भाखड़ा सिंचाई परियोजना का जीर्णोद्धार
मुख्यमंत्री ने कहा कि भाखड़ा सिंचाई परियोजना के अंतर्गत नहरों के जीर्णोद्धार के लिए राज्य सरकार ने अब तक 225 करोड़ रुपए का प्रावधान किया है, जिससे हनुमानगढ़ जिले की संगरिया, टिब्बी, हनुमानगढ़, पीलीबंगा और श्रीगंगानगर जिले की सादुलशहर तहसील के किसान लाभान्वित होंगे। उन्होंने कहा कि सिद्धमुख सिंचाई परियोजना के अंतर्गत नोहर व भादरा तहसीलों में नहरों के जीर्णोद्धार के 128 करोड़ रुपए के कार्य शुरू करवाए जा चुके हैं और 45 करोड़ रुपए के कार्य शीघ्र प्रारम्भ करवाए जाएंगे।  
घग्घर डायवर्जन चैनल का होगा सुदृढीकरण, बाढ़ की समस्या का होगा समाधान
श्री शर्मा ने कहा कि घग्घर डायवर्जन चैनल व नाली बैड के पटड़ों के सुदृढ़ीकरण, साइड स्लोपिंग और भेड़ताल क्षेत्र में बाढ़ के पानी को संग्रहित कर जल स्रोत बनाने आदि के कार्य 325 करोड़ रुपए की लागत से करवाए जाएंगे, जिससे घग्घर के पानी की सुरक्षित निकासी हो सकेगी और बाढ़ की समस्या का समाधान होगा।

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बेहतर सिंचाई प्रबंधन के लिए अधिकारियों को दिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने शिवपुर हैड के कार्यप्रणाली के बारे में विस्तार से अधिकारियों से जानकारी ली तथा गंगनहर प्रणाली के बेहतर सिंचाई प्रबंधन के लिए अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। इस दौरान श्री शर्मा ने किसानों से मुलाकात कर उनकी कुशलक्षेम भी पूछी।इसके बाद श्री शर्मा ने शिवपुर हैड स्थित महाराजा गंगासिंह जी की प्रतिमा पर पहुंचे तथा संग्रहालय का अवलोकन किया।

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